tag:blogger.com,1999:blog-8899067725201464093.post8472054261414314681..comments2023-10-24T02:10:01.168-07:00Comments on aaa: कविता रच डालीAnamikaghatakhttp://www.blogger.com/profile/00539086587587341568noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8899067725201464093.post-72590635687322026012011-02-10T04:15:13.915-08:002011-02-10T04:15:13.915-08:00अना जी,
आपने केवल कविता ही नहीं रची बल्कि मन में उ...अना जी,<br />आपने केवल कविता ही नहीं रची बल्कि मन में उमड़ते हुए भावों को कागज़ पर उकेर कर अभिव्यक्ति के विशाल आकाश के उत्पत्ति की संभावना को रचा है !<br />बहुत बहुत बधाई !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8899067725201464093.post-21073378284165750392011-02-08T08:22:41.005-08:002011-02-08T08:22:41.005-08:00आपने तो बहुत खूबसूरत रचना रच डाली।
बसन्तपञ्चमी की ...आपने तो बहुत खूबसूरत रचना रच डाली।<br />बसन्तपञ्चमी की शुभकामनाएँ!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8899067725201464093.post-54779170959273210792011-02-08T06:55:22.920-08:002011-02-08T06:55:22.920-08:00उद्वेलित कर गयी इस मन को और मैंने
कवि...उद्वेलित कर गयी इस मन को और मैंने<br /> कविता रच डाली..<br /><br />बहुत सही कहा है...जब मन उद्वेलित हो जाता है तभी मन के उदगार कविता के रूप में ढल जाते हैं..बहुत सुन्दरKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com